लिबास शायरी – हंसी, मज़ाक, अदब, महफ़िलें… उदासियों के

हंसी, मज़ाक, अदब, महफ़िलें…
उदासियों के बदन पर लिबास कितने होते हैं

लिबास शायरी – तुझे ओढू या तेरा लिबास

तुझे ओढू या तेरा लिबास हो जाऊँ
बस तेरे रंग में ढलकर एक एहसास हो जाऊँ..

लिबास शायरी – सोचो तो सिलवटों से भरी

सोचो तो सिलवटों से भरी है तमाम रूह
देखो तो इक शिकन भी नहीं है लिबास में