राब्ता शायरी – दिल का राब्ता सबसे नहीं, और

दिल का राब्ता सबसे नहीं,
और वाबस्ता किसी से भी नहीं

राब्ता शायरी – मुद्दतों राब्ता नही मिलता कोई भी

मुद्दतों राब्ता नही मिलता
कोई भी रास्ता नही मिलता
नींद रूठी है जबसे आँखों से
ख्वाबों से वास्ता नही मिलता..