Shair 4 Line Mein – कितनों ने ही खरीदा सोना

कितनों ने ही खरीदा सोना
मैने एक ‘सुई’ खरीद ली,
सपनों को बुन सकूं जितनी
उतनी ‘डोरी’ खरीद ली

सब ने जरूरतों से ज्यादा
बदले नोट
मैंने तो बस अपनी
ख्वाहिशे बदल ली

शौक- ए- जिन्दगी
कुछ कम कर लिए,
फिर बगैर पैसों में ही
‘सुकून-ए-जिन्दगी’ खरीद ली

New Hindi Shayari 2017 – हाथ भर का फासला

हाथ भर का फासला उम्र तलक चलता रहा
एक कतरा आंसू का रात भर छलकता रहा
नींद आई कि‍ ख्‍वाब आए कि विस्‍ल-ए-यार हुआ
मन यूंही नहीं रात भर तेरे ख्‍याल में भटकता रहा

New Hindi Shayari 2017 – गुलशन की बहारों पे

गुलशन की बहारों पे सर-ए-शाम लिखा है
फिर उसने किताबों पे मेरा नाम लिखा है
यह दर्द इसी तरह मेरी दुनिया में रहेगा
कुछ सोच के उस ने मेरा अंजाम लिखा है ।।