हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवानी की
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है
क्या ज़रूरत थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की
Tag: हसरत hindi poetry
हसरत शायरी – उफ़ ये हसरतें…उफ़ ये हकीकतें ..दोनों
उफ़ ये हसरतें…उफ़ ये हकीकतें
..दोनों में दुश्मनी पुरानी लगती है
हसरत शायरी – मत पूछ कैसे गुज़र रहा
मत पूछ कैसे गुज़र रहा है हर पल मेरा तेरे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी मिलने की तमन्ना…
हसरत शायरी – हसरतें, दिल की दिल ही
हसरतें, दिल की दिल ही में रह गयीं..
ज़ुबाँ को कहना था कुछ… कुछ और कह गयीं..
हसरत शायरी – आँखें खुलीं तो जाग उठीं
आँखें खुलीं तो जाग उठीं हसरतें तमाम
उस को भी खो दिया जिसे पाया था ख़्वाब में
हसरत शायरी – यू न झांको इस दिल
यू न झांको इस दिल में साहिब…
यहाँ हसरतें बे-लिबास रहती है…??
हसरत शायरी – हसरतें हर रोज आसमान को
हसरतें हर रोज आसमान को छूती हैं
और हकीकत जमीन पर खड़ी मिलती है..