सदा शायरी – ठहर जाऊँ तेरे जेहन में

ठहर जाऊँ तेरे जेहन में एक आवाज बनकर मैं,कि…,
जब भी कोई पुकारे… मेरी ही सदा सुनाई दे तुम्हें

सदा शायरी – काश तू भी मेरी आवाज़

काश तू भी मेरी आवाज़ कहीं सुनता हो,
फिर पुकारा है तुझे दिल की सदा ने मेरे