शोखी शायरी – ना देखो चलते-चलते यूँ कदम-कदम

ना देखो चलते-चलते यूँ कदम-कदम शोखी…
कोई कत्ल हो रहा है सरे आम चुपके-चपके…

शोखी शायरी – वो शोखी जो तेरे लबोँ

वो शोखी जो तेरे लबोँ में है,
शायद गुलों में नहीं…