शरारत शायरी – हमारी गलतियों से कही टूट

हमारी गलतियों से कही टूट न जाना,
हमारी शरारत से कही रूठ न जाना,

तुम्हारी चाहत ही हमारी जिंदगी हैं,
इस प्यारे से बंधन को भूल न जाना