मैंने उस शख्स को कभी हासिल ही नहीं किया,
फिर भी हर लम्हा लगता है कि, मैंने उसे खो दिया
Tag: लम्हा poetry in hindi
लम्हा शायरी – बंधी है हाँथ में सबके
बंधी है हाँथ में सबके घडीयाँ मगर,
पकड़ में एक भी लम्हा भी नहीं
लम्हा शायरी – जी लो हर लम्हा, बीत
जी लो हर लम्हा, बीत जाने से पहले…
लौट कर यादें आती है, वक़्त नहीं…
लम्हा शायरी – एक लम्हा युगों से है
एक लम्हा युगों से है ज़िन्दा
कौन कहता है दुनिया फ़ानी है
लम्हा शायरी – मैंने देखा नही कोई मौसम, मैंने
मैंने देखा नही कोई मौसम,
मैंने चाहा है तुझे लम्हा लम्हा
लम्हा शायरी – वक़्त बीतने के बाद अक़्सर
वक़्त बीतने के बाद अक़्सर ये अहसास होता है…
कि, जो छूट गया वो लम्हा ज्यादा बेहतर था…