हसरत शायरी – हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने

हसरत है सिर्फ तुम्हें पाने की,
और कोई ख्वाहिश नहीं इस दीवानी की
शिकवा मुझे तुमसे नहीं खुदा से है
क्या ज़रूरत थी तुम्हें इतना खूबसूरत बनाने की

मंसूब शायरी – जिस तरह रगों में खून

जिस तरह रगों में खून रहता है
इस तरह तेरी चाहत का जुनून रहता है
ज़िंदगी की हर ख़ुशी मंसूब है तुमसे
बात हो तुमसे तो दिल को सुकून रहता है