काश तुझे सर्दी के मौसम मे लगे मुहब्बत की ठंड,
और तू तड़प कर माँगे मुझे कम्बल की तरह..
Tag: मुहब्बत word par hindi shayari
मुहब्बत शायरी – फिर कभी नहीं हो सकती
फिर कभी नहीं हो सकती मुहब्बत …
वो शक्स भी एक था और मेरा दिल भी एक…
मुहब्बत शायरी – फासले हो दरमियाँ तो फैसले
फासले हो दरमियाँ
तो फैसले नही बदलते…
भले ही मुशिकलें लाख हों इश्क की राह में
मुहब्बत करने वालों के हौसले नही बदलते…
मुहब्बत शायरी – मेरे दिल मे तस्वीर है
मेरे दिल मे तस्वीर है तेरी, निगाहों मे तेरा ही चेहरा है
नशा आँखों मे मुहब्बत का, वफ़ा का रंग कितना सुनहरा है
मुहब्बत शायरी – हम वो हैं जो आँखों
हम वो हैं जो आँखों में आँखें डाल के सच जान लेते हैं
तुझसे मुहब्बत है बस इसलिये तेरे झूठ भी सच मान लेते हैं..
मुहब्बत शायरी – जो मुहब्बत में दर्द पाते
जो मुहब्बत में दर्द पाते हैं
उनके दिल में खुदा आते हैं
सोचकर हम कुछ नहीं कहते
जो दिल में है, कह जाते हैं
मुहब्बत शायरी – तुझमें छुपकर..तुमको बेदखल कर दूँगा..,
तुझमें छुपकर..तुमको बेदखल कर दूँगा..,
इतनी मुहब्बत तुममें भर दूँगा.
मुहब्बत शायरी – यूँ तो बहुत से रास्ते
यूँ तो बहुत से रास्ते है उस तक जाने के,
लेकिन राह-ऐ-मुहब्बत से जाना, फासला कम पड़ेगा
मुहब्बत शायरी – है जज़्बात समझना भी ज़रूरी
है जज़्बात समझना भी ज़रूरी
सिर्फ़ हाथ थामना मुहब्बत नही होता