दर्द लाख सही बेदर्द ज़माने में
मगर जाता भी क्या है मुस्कुराने में…
Tag: प्रेरक शेरो शायरी
तूफां शायरी – साहिल के सुकूँ से किसे
साहिल के सुकूँ से किसे इंकार है
लेकिन तूफां से लड़ने का मजा और ही कुछ है
मुफ़्लिस शायरी – सब खामोश हैं यहाँ कोई
सब खामोश हैं यहाँ कोई आवाज नहीं करता
सच कहकर किसीको कोई नाराज नहीं करता
इस कदर बिका है इंसान दौलत के हाथों कि
किसी मुफ़्लिस का चारागर इलाज नहीं करता
कफ़न शायरी – दुनिया बहुत मतलबी है साथ कोई
दुनिया बहुत मतलबी है
साथ कोई क्यों देगा
मुफ्त का यहाँ कफ़न नहीं मिलता
तो बिना गम के प्यार कौन देगा
दौलत शायरी – दुआएं इकट्ठी करने मे लगा
दुआएं इकट्ठी करने मे लगा हूं,
सुना है दौलत शौहरत साथ नही जाती….
सुख़न शायरी – कुछ न कहने से भी
कुछ न कहने से भी छिन जाता है एजाज़-ए-सुख़न
ज़ुल्म सहने से भी ज़ालिम की मदद होती है
ख़ुश्बू शायरी – इत्र से कपड़ो को महकाना
इत्र से कपड़ो को महकाना कोई बड़ी बात नहीं
मजा तो तब है जब ख़ुश्बू आपके किरदार से आये
जनाब शायरी – नाम में क्या रखा है
नाम में क्या रखा है जनाब…
कुछ भी बोल दो बस जबान मीठी होनी चहिये…
चराग़ शायरी – रिश्तों का ए’तिबार वफ़ाओं का
रिश्तों का ए’तिबार वफ़ाओं का इंतिज़ार
हम भी चराग़ ले के हवाओं में आए हैं
तहज़ीब शायरी – बे-सलीक़ा ही होती हैं… नज़दीकियाँ
बे-सलीक़ा ही होती हैं… नज़दीकियाँ सदा…
तहज़ीब जो गर…होगी, तो…दरमियाँ फ़ासलें भी होंगें…