यक़ीं मोहकम अमल पैहम मोहब्बत फ़ातेह-ए-आलम
जिहाद-ए-ज़िंदगानी में हैं ये मर्दों की शमशीरें
Tag: पैहम हिंदी स्टेटस
पैहम शायरी – मैं पैहम हार कर ये
मैं पैहम हार कर ये सोचता हूँ
वो क्या शय है जो हारी जा रही है
पैहम शायरी – जब ज़मीं आख़री हद्दत से
जब ज़मीं आख़री हद्दत से पिघलने लग जाये,,
इश्क़ की छाओं मेरे सर को पैहम हो ” आमीन..
पैहम शायरी – जज़्बातों के समन्दर में, खिंजावो
जज़्बातों के समन्दर में, खिंजावो की पैहम
असमंजस में न, रिश्तेदारी निभाई जाती
पैहम शायरी – ख़याल था तिरे पहलू में
ख़याल था तिरे पहलू में कुछ सुकूँ होगा
मगर यहाँ भी वही इज़्तिराब पैहम है
पैहम शायरी – इसी तरह से अगर चाहता
इसी तरह से अगर चाहता रहा पैहम
सुख़न-वरी में मुझे इंतिख़ाब कर देगा
पैहम शायरी – हयात लग़्ज़िश-ए-पैहम का नाम है
हयात लग़्ज़िश-ए-पैहम का नाम है साक़ी
लबों से जाम लगा भी सकूँ ख़ुदा जाने
पैहम शायरी – मुहब्बत ही में मिलते हैं
मुहब्बत ही में मिलते हैं शिकायत के मज़े पैहम
मुहब्बत जितनी बढ़ती है शिकायत होती जाती है
पैहम शायरी – जीने न दें हयात की
जीने न दें हयात की पैहम शरारतें
इंसाँ जो ख़ुद शरीर न हो ज़िंदगी के साथ
पैहम शायरी – मुझे नाकामी-ए-पैहम से मायूसी नहीं
मुझे नाकामी-ए-पैहम से मायूसी नहीं होती
अभी उम्मीद मेरी नौजवाँ मालूम होती है