दौलत शायरी – दुआएं इकट्ठी करने मे लगा

दुआएं इकट्ठी करने मे लगा हूं,
सुना है दौलत शौहरत साथ नही जाती….

दौलत शायरी – बिखरने दो होंठों पे हँसी

बिखरने दो होंठों पे हँसी की फुहारों को…
प्यार से बात कर लेने से दौलत कम नहीं होती…