मुसाफ़िर हूँ दोस्तों
मलाल तो होगा
आज रुठी है तक़दीर तो क्या
कल तक़दीर को हम पे भी नाज होगा
Tag: तक़दीर शायरी हिंदी में
तक़दीर शायरी – इबादत मिलना भी शायद तक़दीर
इबादत मिलना भी शायद तक़दीर होती है.
बहुत कम लोगों के हाथों में ये लकीर होती है.
तक़दीर शायरी – बात क़िस्मत की है ‘फ़राज़’
बात क़िस्मत की है ‘फ़राज़’ जुदा हो गए हम
वरना वो तो मुझे तक़दीर कहा करती थी
तक़दीर शायरी – फर्क होता है खुदा और
फर्क होता है खुदा और फ़क़ीर में
फर्क होता है किस्मत और लकीर में,
कुछ चाहो और न मिले तो समझ लेना
कुछ और अच्छा लिखा है तक़दीर में
तक़दीर शायरी – अहले हिम्मत मंज़िले मक़सूद तक
अहले हिम्मत मंज़िले मक़सूद तक आ ही गए,
बंदए तक़दीर क़िस्मत का गिला करते रहे
तक़दीर शायरी – तकोगे राह सहारों की तुम
तकोगे राह सहारों की तुम मियाँ कब तक
क़दम उठाओ कि तक़दीर इंतिज़ार में है