बेमुरव्वत, बेवफ़ा, बेगाना ए दिल आप हैं
आप मानें या न मानें मेरे कातिल आप हैं
Tag: चुनिंदा बेमुरव्वत शायरी इन हिंदी
बेमुरव्वत शायरी – बेमुरव्वत हर लफ्ज मेरा हो, कुछ
बेमुरव्वत हर लफ्ज मेरा हो,
कुछ कहूँ मैँ अगर्,
और
उसमेँ जिक्र ना तेरा हो
बेमुरव्वत शायरी – वो बेमुरव्वत क्या जानेगा चाहत
वो बेमुरव्वत क्या जानेगा चाहत की अदाये
क्यों ना निगाहें-यार का दीदार किया जाये
बेमुरव्वत शायरी – ज़रुरत क्या बहाने की,किसी को
ज़रुरत क्या बहाने की,किसी को याद करने की ख़ातिर
यादें तो चली आतीं हैं,बिन बुलाए बेमुरव्वत
बेमुरव्वत शायरी – खत्म हो जाना है इक
खत्म हो जाना है इक दिन
मेरा भी किस्सा
जाने कितने अफसानों
का पुलिंदा है
बेमुरव्वत ज़िन्दगी
बेमुरव्वत शायरी – गुज़र गया, फ़िर से एक और
गुज़र गया,
फ़िर से एक और दिन तेरे बग़ैर…
जाने कब ख़त्म होगी,
ये ज़िंदगी बेसबब और ये साँसे बेमुरव्वत सी…|
बेमुरव्वत शायरी – बेमुरव्वत थी ज़िन्दगी जिसे कुछ
बेमुरव्वत थी ज़िन्दगी जिसे कुछ समझ न पाये,
तेरी कहानी से हम दबे पाँव चले आये..