जनाब शायरी – नाम में क्या रखा है

नाम में क्या रखा है जनाब…
कुछ भी बोल दो बस जबान मीठी होनी चहिये…

जनाब शायरी – कागज़ के नोटों से आखिर

कागज़ के नोटों से आखिर
किस किस को खरीदोगे…जनाब,
किस्मत परखने के लिए यहाँ आज भी,
सिक्का हीं उछाला जाता है