कदमो को बाँध न पाएंगी मुसीबत कि जंजीरें,
रास्तों से जरा कह दो, अभी भटका नही हूँ मैं
Tag: चुनिंदा जंजीर शायरी इन हिंदी
जंजीर शायरी – शर्म की जंजीर है मेरे
शर्म की जंजीर है मेरे पैरों में
फिर भला कैसे हद से गुजर जाँऊ मैं
जंजीर शायरी – वादो से बंधी जंजीर थी
वादो से बंधी जंजीर थी जो तोड दी मैँने,
अब से जल्दी सोया करेंगे, मोहब्बत छोड दी मैँने
जंजीर शायरी – कोई मजबूत सी जंजीर भेजो.. तुम्हारी
कोई मजबूत सी जंजीर भेजो..
तुम्हारी याद पागल हो गयी है