जंजीर शायरी – कदमो को बाँध न पाएंगी

कदमो को बाँध न पाएंगी मुसीबत कि जंजीरें,
रास्तों से जरा कह दो, अभी भटका नही हूँ मैं

जंजीर शायरी – कोई मजबूत सी जंजीर भेजो.. तुम्हारी

कोई मजबूत सी जंजीर भेजो..
तुम्हारी याद पागल हो गयी है