ख़ुदा से कुछ मैं मांगू मुझे ऐसी ख़्वाहिश नही,
ख़ुदा की मुझसे अब होगी आज़माइश नही..
Tag: चुनिंदा ख़ुदा शायरी इन हिंदी
ख़ुदा शायरी – फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं अपना
फ़क़ीर मिज़ाज़ हूँ मैं अपना अंदाज़ औरों से जुदा रखता हूँ
लोग मंदिर मस्जिदों में जाते हैं मैं अपने दिल में ख़ुदा रखता हूँ
ख़ुदा शायरी – महक रही है ज़मीं चांदनी
महक रही है ज़मीं चांदनी के फूलों से
ख़ुदा किसी की मुहब्बत पे मुस्कुराया है..
ख़ुदा शायरी – सुरमे का तिल बना के
सुरमे का तिल बना के रुख़-ए-ला-जवाब में,
नुक़्ता बढ़ा रहे हो ख़ुदा की किताब में
ख़ुदा शायरी – ये मत कहो ख़ुदा से
ये मत कहो ख़ुदा से मेरी मुश्किले बड़ी हैं,
ये मुश्किलों से कह दो मेरा ख़ुदा बड़ा है
ख़ुदा शायरी – हवा ख़िलाफ़ चली तो चराग़
हवा ख़िलाफ़ चली तो चराग़ ख़ूब जला
ख़ुदा भी होने के क्या क्या सबूत देता है….
ख़ुदा शायरी – अब तो जाते हैं बुत-कदे
अब तो जाते हैं बुत-कदे से ‘मीर’
फिर मिलेंगे अगर ख़ुदा लाया
ख़ुदा शायरी – मेरी बंदगी में ही कुछ
मेरी बंदगी में ही कुछ कमी है ए ख़ुदा,
वरना तेरा दर तो रहमतो का खजाना है…
ख़ुदा शायरी – एहसान ना-ख़ुदा का उठाए मिरी
एहसान ना-ख़ुदा का उठाए मिरी बला
कश्ती ख़ुदा पे छोड़ दूँ लंगर को तोड़ दूँ
ख़ुदा शायरी – वो दिल ही क्या तेरे
वो दिल ही क्या तेरे मिलने की जो दुआ न करे
मैं तुझको भूल के ज़िंदा रहूँ ख़ुदा न करे
ये ठीक है नहीं मरता कोई जुदाई में
ख़ुदा किसी को किसी से मगर जुदा न करे