क़ातिल मसीहा बन कर आया है
ज़िंदगी ने ये दिन भी अब दिखाया है
Tag: चुनिंदा क़ातिल शायरी इन हिंदी
क़ातिल शायरी – चलो अच्छा हुआ कि वख्त
चलो अच्छा हुआ कि वख्त रहते दिल को बचा लिया,
तुम्हारी क़ातिल अदाओं ने तो कोई कसर छोड़ी न थी
क़ातिल शायरी – तेरी आँखों में हम ने
तेरी आँखों में हम ने क्या देखा
कभी क़ातिल कभी ख़ुदा देखा
क़ातिल शायरी – कितनी क़ातिल है ये आरज़ू
कितनी क़ातिल है ये आरज़ू ज़िंदगी की
मर जाते है किसी पर लोग जीने के लिए..
क़ातिल शायरी – वही क़ातिल वही मुंसिफ़ अदालत
वही क़ातिल वही मुंसिफ़ अदालत उस की वो शाहिद
बहुत से फ़ैसलों में अब तरफ़-दारी भी होती है
क़ातिल शायरी – जो ये कहते हैं तेरे
जो ये कहते हैं तेरे शहर में क़ातिल नहीं रहा,
तू उनके लिए आज का अख़बार लिए जा…