किसी से क्या कहें सुनें अगर ग़ुबार हो गए
हमीं हवा की ज़द में थे हमीं शिकार हो गए
Tag: ग़ुबार hindi status
ग़ुबार शायरी – आँखों से धूल हटाई ही
आँखों से धूल हटाई ही थी कि तेरे ख़त को छूते ही,
यादों के ग़ुबार ने फिर से सब धुंधला कर दिया
ग़ुबार शायरी – मिरी ख़ाक भी उड़ेगी बा-अदब
मिरी ख़ाक भी उड़ेगी बा-अदब तिरी गली में
तिरे आस्ताँ से ऊँचा न मिरा ग़ुबार होगा
ग़ुबार शायरी – उड़ते हुए ग़ुबार को, सर-ए-राह
उड़ते हुए ग़ुबार को, सर-ए-राह देख कर
अंजाम हम ने इश्क़ का सोचा, तो रो दिए
ग़ुबार शायरी – बारिशों में, मेरे रोने पे
बारिशों में, मेरे रोने पे पाबंदी ना थी
ग़ुबार मैंने दिल का आँखों से ख़ूब बरसने दिया
ग़ुबार शायरी – वो उदास उदास इक शाम
वो उदास उदास इक शाम थी,एक चेहरा था इक चिराग़ था
और कुछ नहीं था ज़मीन पर,इक आसमां का ग़ुबार था
ग़ुबार शायरी – ग़ुबार-ए-राह चला साथ ये भी
ग़ुबार-ए-राह चला साथ ये भी क्या कम है
सफ़र में और कोई हम-सफ़र मिले न मिले