अर्ज़-ए-नियाज़-ए-इश्क़ के क़ाबिल नहीं रहा
जिस दिल पे नाज़ था मुझे वो दिल नहीं रहा
Tag: इश्क़ sher o shayari
इश्क़ शायरी – इश्क़ हैं या इबादत अब कुछ
इश्क़ हैं या इबादत
अब कुछ समझ में नही आता
एक खूबसूरत ख्याल हो तुम
जो दिल से नही जाता
इश्क़ शायरी – इश्क़ पेर जोर नहीं है
इश्क़ पेर जोर नहीं है ये वो आतश ‘ग़ालिब’
की लगाये न लगे और बुझाए न बने
इश्क़ शायरी – सितारों के आगे जहाँ और
सितारों के आगे जहाँ और भी हैं,
अभी इश्क़ के इम्तिहाँ और भी
इश्क़ शायरी – ग़ज़ब ख़ूबसूरत है, तुम्हारा हर
ग़ज़ब ख़ूबसूरत है, तुम्हारा हर अन्दाज़,
इश्क़ में जलने का, मुहब्बत में जलाने का..
इश्क़ शायरी – इश्क़ का क्या हुआ है
इश्क़ का क्या हुआ है असर देखिये
आप ही आप हैं अब जिधर देखिये
इश्क़ शायरी – दिखाते क्यूँ हो हमें तुम
दिखाते क्यूँ हो हमें तुम रोज उल्फ़त का बही खाता,
हिसाब-ए-इश्क़ रखना हम दीवानों को नहीं आता..