सारे जज़्बों के बाँध टूट गए,
उस ने बस ये कहा इजाज़त है..
Tag: इजाज़त par shayari
इजाज़त शायरी – लोग पूछते है मेरी खुशियों
लोग पूछते है मेरी खुशियों का राज क्या है…
इजाज़त हो तो आप का नाम बता दूँ…?
इजाज़त शायरी – हमने क्या उस से मुहब्बत
हमने क्या उस से मुहब्बत की इजाज़त ली थी
दिलशिकन ही सही पर बात बजा है उसकी
इजाज़त शायरी – सब छोड़े जा रहे हैं
सब छोड़े जा रहे हैं आजकल हमें,
ऐ ज़िन्दगी तुझे भी इजाज़त है… “जा ऐश कर”
इजाज़त शायरी – मैं चाहता हूँ कि तुम
मैं चाहता हूँ कि तुम ही मुझे इजाज़त दो
तुम्हारी तरह से कोई गले लगाए मुझे
इजाज़त शायरी – तुम्हारी याद मे जीने की
तुम्हारी याद मे जीने की आरज़ू है अभी
कुछ अपना हाल सँभालूँ अगर इजाज़त हो
इजाज़त शायरी – इजाज़त हो तो तेरे चहेरे
इजाज़त हो तो तेरे चहेरे को देख लूँ जी भर के,
मुद्दतों से इन आँखों ने कोई बेवफा नहीं देखा..
इजाज़त शायरी – चलो ये जुर्म भी कबूल
चलो ये जुर्म भी कबूल है
जो तेरी इजाज़त के बगैर तुझे अपना समझा…
इजाज़त शायरी – है मुहब्बत हयात की लज़्ज़त,
है मुहब्बत हयात की लज़्ज़त, वरना कुछ लज़्ज़त-ए-हयात नहीं
है इजाज़त तो एक बात कहूं, वो, मगर, ख़ैर, कोई बात नहीं
इजाज़त शायरी – तुम्हारा हिज्र मना लूँ अगर
तुम्हारा हिज्र मना लूँ अगर इजाज़त हो
मैं दिल किसी से लगा लूँ अगर इजाज़त हो