इजाज़त शायरी – सारे जज़्बों के बाँध टूट

सारे जज़्बों के बाँध टूट गए,
उस ने बस ये कहा इजाज़त है..

इजाज़त शायरी – सब छोड़े जा रहे हैं

सब छोड़े जा रहे हैं आजकल हमें,
ऐ ज़िन्दगी तुझे भी इजाज़त है… “जा ऐश कर”

इजाज़त शायरी – चलो ये जुर्म भी कबूल

चलो ये जुर्म भी कबूल है
जो तेरी इजाज़त के बगैर तुझे अपना समझा…