आदत है या तलब
इश्क है या चाहत
तू दिल मे है या साँसों मे
तू दीवानगी है या मेरी आशिकी
तू ज़िन्दगी है या फिर एक किस्सा
पर जो भी है सिर्फ तू है
Tag: आशिकी हिंदी शायरी संग्रह
आशिकी शायरी – इशक में बू है किब
इशक में बू है किब रियाई की
आशिकी जिस ने की खुदाई की
आशिकी शायरी – गज़ब की आशिकी है तेरी
गज़ब की आशिकी है तेरी इन निगाहो में
जब भी देखती है डूबने को मजबूर कर देती है..
आशिकी शायरी – झुकाया तुने झुके हम बराबरी
झुकाया तुने झुके हम बराबरी ना रही,
ये बन्दगी हुई ऐ दोस्त आशिकी ना हुई
आशिकी शायरी – कोई देखे नही आशिकी
कोई देखे नही आशिकी उम्र भर
मनाती रहा मै नाखुशी इस कदर
नाम उसका लबों पर ना आया कभी
यूँ निभाती रही आशिकी उम्र भर
आशिकी शायरी – खुद को मिटा दिया, तेरी
खुद को मिटा दिया, तेरी एक ख़ुशी की खातिर,
बेफ़िक्र थे गजब के… तेरी आशिकी से पहले
आशिकी शायरी – मैने ईश्क करने का मिजाज
मैने ईश्क करने का मिजाज बदल दिया है..
अब तो बस तन्हाईयों से आशिकी करते हैं..
आशिकी शायरी – न खबर होगी तुम्हे मेरी
न खबर होगी तुम्हे मेरी आशिकी की,
सुना है सांसो की हद सिर्फ मौत होती है