तेरी मानूस निगाहों का ये मोहतात पयाम
दिल के ख़ूं का एक और बहाना ही न हो
Shayari Collection In Hindi
तेरी मानूस निगाहों का ये मोहतात पयाम
दिल के ख़ूं का एक और बहाना ही न हो
तेरी आरजू मेरा ख्वाब है
जिसका रास्ता बहुत खराब है
मेरे जख्म का अंदाजा ना लगा
दिल का हर पन्ना दर्द की किताब है
तेरा मेरा रिश्ता भी कागज़ और कलम सा है,
जब भी मिलते हैं ग़ैरों की बातें करते हैं
तू डालता जा साकी शराब मेरे प्यालो में
जब तक वो न निकले मेरे ख्यालों से
तू ऐसा कर अपना दर्द मुझे दे दे
फिर मैं जानु ,दर्द जाने , दुआ जाने , खुदा जाने
तुम्हे तो नाज़ बहुत दोस्तों पे था जानिब
अलग थलग से हो क्या बात हो गई
तुम्हारी यादें भी बिल्कुल Play Storeकी Apps है
पगली क्या करूँ आँख खुलते ही Updateहोने लगती है