मुंतज़िर जिनके हम रहे उनको,
मिल गए और हमसफ़र शायद
Month: August 2021
शब शायरी – आँखों से तुझ को याद
आँखों से तुझ को याद मैं करता हूँ रोज़-ओ-शब
बेदीद मुझ से किस लिए बेगाना हो गया
Shayari Collection In Hindi
मुंतज़िर जिनके हम रहे उनको,
मिल गए और हमसफ़र शायद
आँखों से तुझ को याद मैं करता हूँ रोज़-ओ-शब
बेदीद मुझ से किस लिए बेगाना हो गया