सारे जज़्बों के बाँध टूट गए,
उस ने बस ये कहा इजाज़त है..
Month: November 2019
जल्वागरी शायरी – जल्वा-गर बज़्म-ए-हसीनाँ में हैं वो
जल्वा-गर बज़्म-ए-हसीनाँ में हैं वो इस शान से
चाँद जैसे ऐ ‘क़मर’ तारों भरी महफ़िल में है
Hindi Shayari – कुछ तो हवा भी सर्द थी
कुछ तो हवा भी सर्द थी कुछ था तिरा ख़याल भी,
दिल को ख़ुशी के साथ साथ होता रहा मलाल भी..!!
गुलशन शायरी – सफर वहीं तक है जहाँ
सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो,
हजारो फूल है गुलशन मे मगर,
खूशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो..
शरारत शायरी – फिर वही दिल की गुज़ारिश,
फिर वही दिल की गुज़ारिश, फिर वही उनका ग़ुरूर,
फिर वही उनकी शरारत, फिर वही मेरा कुसूर..